Thursday, 4 May 2017

"गोधरा के मोदी" की गुमशुदगी की FIR लिखाओ कमिश्नर पुलिस दिल्ली तथा डी.जी. गुजरात के यहां

1.गोधरा के मोदी की गुमशुदगी की FIR लिखाओ कमिश्नर पुलिस दिल्ली तथा डी.जी. गुजरात के यहां।
2.जवानों का सिर तो उसी दिन कट गया जिस दिन पर्रिकर को रक्षामंत्री के पद से पदच्युत कर गोवा का मुख्यमंत्री बनाया गया।
3 जब राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री के पद को सिरे से खारिज कर दिए, तो फिर किस मजबूरी में पर्रिकर गोवा गए?
4 जवानों का सिर तभी कट गया जब जिस राजनाथ सिंह के नाम पर लोग ईमानदारी की कसमें खाते थे, जो नकल अध्यादेश तथा मिर्जापुर में नक्सलियों के उन्मूलन के हीरो थे, उन्हें TV पर आकर अपनी तथा अपने परिवार की ईमानदारी की सफाई देनी पड़ी।
5 वीरों! आज के युद्ध में प्रत्यावर्तन नहीं।
जिसे लौटना हो, लौट जाओ।
- समुद्रगुप्त।
6 चंद्रगुप्त (विक्रमादित्य) उठो! पहचानो रामगुप्त को- तभी बच पायेगी ध्रुवस्वामिनी।
7 भीमसेन! (जनरल वी.के. सिंह) कहां हो?
युधिष्ठिर के सत्य वचन का लिहाज छोड़कर दुर्योधन की जांघ तोड़ने तथा दुःशासन की छाती का खून पीने का ऐलान करो।
8 सवा लाख से एक लड़ाऊं
तब गुरू गोविंद सिंह नाम धराऊँ।
9 सौ बार सिज्दा करते थे अफगान औ पठान
ताक देता था नलवा कहीं जो तेवर भी बदल के।
10 कभी विदेशी मुगलों के था,
शासन में कुल हिंदुस्तान।
जिनके अन्यायों जुल्मों से,
काँप उठी भारत संतान।
निकल पड़े सिख जाट मराठा,
राजपूत तब सिंह समान।
मिटा दिया था क्षण भर में तब,
बहुत बड़ा वह पाकिस्तान।
इसकी क्या बिसात जब उसका,
मिलता नामों निशान नहीं।
अखंड हिंदुस्तान कभी,
रह सकता पाकिस्तान नहीं।
जिस समय बढ़ेंगे नौजवान,
गुजर औ जाट अहिरों के।
जिस समय बढ़ेंगे दल डोंगरे,
गोरखे मराठा वीरों के।
जिस समय जगेंगे फिर जौहर,
सिख राजपूत शमसीरों के।
जिस समय घिरेंगे फिर बादल,
भीलों के भाले तीरों के।
सन्मुख आकर टिक न सकेंगे,
अरब तुर्क ईरान कहीं।
अखंड हिन्दुस्तान कभी,
रह सकता पाकिस्तान नहीं।
भारतीय विदेशनीति के नियंताओं को यह ध्यान में रखना होगा कि जब पूर्वी जर्मनी और पश्चिमी जर्मनी का एकीकरण हो गया तथा उत्तरी वियतनाम और दक्षिणी वियतनाम एक राजनैतिक इकाई हो गए तो पाकिस्तान और भारत भले एक न हो पाये हों तथा भविष्य में भी एक न हो पाएं लेकिन भारत की दृष्टि में पाकिस्तान का वही अस्तित्व होना चाहिए जो चीन की निगाह में फार्मूसा(Taiwan) का है। यद्यपि अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों को देखते हुए चीन ताइवान पर आक्रमण करके उसका बलपूर्वक एकीकरण नहीं कर रहा है फिर भी वह ताइवान को एक पृथक देश के रूप में मान्यता नहीं देता है तथा जब ट्रम्प जैसे शक्तिशाली व्यक्ति तक मात्र ताइवान के राष्ट्राध्यक्ष का फोन रिसीव कर लेते हैं तो चीन का राष्ट्रपति आँखे तरेरता है तथा ट्रम्प को भी अपनी सफाई पेश करनी पड़ती है तथा कोरिया मसले पर चीन का नैतिक समर्थन प्राप्त करने के लिए चीन के आगे घुटने टेक कर रिरियाना पड़ता है।अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों को देखते हुए अमेरिका चीन तथा रूस के आपसी तनाव के मद्देनजर कोई महाशक्ति भारत से आंखें नहीं मिला सकती क्योंकि भारत अभी Superpower भले न हो किंतु Superpowers से Balance of power को Disturb करने की क्षमता तो रखता ही है।
11 जवानों के सिर उसी दिन कट गए जब कारगिल के युद्ध में लाल बहादुर शास्त्री तथा इंदिरा गांधी की तरह International Border Cross करना तो दूर, कश्मीर में LOC तक Cross करने की अनुमति सेना को भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई से नहीं मिली।
12 जवानों के सिर तो उसी दिन कट गए जिस दिन बिना निमंत्रण के भारतीय प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दरबार में हाजिर हुए- कम से कम मनमोहन सिंह ने पाकिस्तान से दूरी बनाए रखी
"उपानहमुखभंगो वा दूरतो वा विसर्जनम्"
अर्थात दुष्ट कांटे की तरह होता है या तो उससे दूरी बनाए रखो अन्यथा जूते से मुख कुचल दो।
13 जवानों का सिर तो उसी दिन कट गया जिस दिन सुषमा स्वराज हरी साड़ी हरा ब्लाउज पहन कर पाकिस्तान में तुष्टीकरण(Appeasement) की पराकाष्ठा पार कर दी तथा तिरंगे का अपमान सहन किया।
14 जवानों का सिर तब तक कटता रहेगा जब तक भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी भारत को गांधी तथा बुद्ध का देश घोषित करते रहेंगे। पाकिस्तान समेत समूचे दुनिया को बताना होगा कि भारत को जितना गर्व गांधी और बुद्ध पर है, उस से कम गर्व सावरकर, हेडगवार गोलवलकर, पुष्यमित्र शुंग, पतंजलि, राम, कृष्ण तथा परशुराम पर नहीं है।
15 निसिचरहीन करौ मही
भुज उठाई प्रण कीन।
-तुलसीदास
यह एक प्रकार से Genocide का खुला ऐलान है। मानवाधिकार केवल मानवों के लिए है।
16 मोदी के नाम कृष्ण का खुला खत पढ़ें जो उन्होंने अर्जुन से कहा है
क्लैव्यं मा स्म गमः पार्थ नैतत्वय्युपपद्यते।
क्षुद्रं हृदयदौर्बल्यं त्यक्त्वोत्तिष्ठ परंतप।।
अर्थात है अर्जुन तुम नपुंसक मत बनो। यह तुमको शोभा नहीं देता। हृदय की तुच्छ दुर्बलता को छोड़कर युद्ध करने के लिए खड़े हो जाओ।"
आधुनिक प्रसंग में अर्जुन =मोदी तथा कृष्ण=भागवत।
17 गोलवलकर हम शर्मिंदा हैं। राजनीति में Sodomyके समर्थक जिंदा हैं।
क्या 377 को Unconstitutional घोषित करवाने के लिए जनसामान्य को Sodomy तथा Homosexuality का अधिकार दिलवाने के लिए माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय का विरोध करने वाले रक्षा मंत्री पद पर बने रहने के योग्य हैं?
18 पर्रिकर को रक्षा मंत्री के पद पर कब तक वापस लाया जाएगा?
19 श्यामा प्रसाद मुखर्जी हम शर्मिंदा हैं Article370 संविधान में जिंदा है।
20गांधी की रक्षा करने को गांधी से भागो - दिनकर।
1962 के युद्ध के बाद जब जवाहर लाल नेहरू की खिसियाहट भरी आवाज देश ने सुना कि-"We were living in an artificial world of our own creations."
अर्थात अब तक हम अपनी ही बनाई हुई एक कृत्रिम दुनिया मे निवास कर रहे थे तो तत्काल गांधीवाद के मुखर प्रशंसक राष्ट्रकवि दिनकर की आंखें खुली तथा वे चीख पड़े कि-
गांधी की रक्षा करने को गांधी से भागो। "
अर्थात यदि गांधी के नाम की रक्षा करना चाहते हो तो गांधीवाद का परित्याग कर दो।
21 परशुराम की प्रतीक्षा, हल्दीघाटी, जौहर को Textbooks में Prescribe किया जाए।
22 गीता को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए।
23 जवानों के सिर तब तक कटते रहेंगे जब तक JNU में सेना पर बलात्कार का आरोप लगाने वालों, मानवाधिकार के उल्लंघन का आरोप लगाने वालों, कश्मीर की आजादी की बात करने वालों तथा उनके साथ जुलूस में चलने वालों तथा उनके समर्थक राजनेताओं पर Day-to-day सुनवाई कर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा नहीं चलाया जाएगा। क्या इसके लिए Pakistan से सहमति चाहिए? क्या UNO बाधक है?
24 जवानों के सिर तब तक कटते रहेंगे जब तक मां दुर्गा को, भारत मां को गाली देने वालों तथा मनुस्मृति जलाने वालों के साथ वही कार्यवाही नहीं होगी जो कमलेश तिवारी के साथ हुई थी। एक देश में दो Design के कानून नहीं चल सकते।
25 जवानों के सिर तब तक कटते रहेंगे जब तक समस्त पत्थरबाजी करने वालों तथा आतंकवादियों को बचने में सहयोग करने वालों के विरुद्ध 120-B का आरोप पत्र नहीं भेजा जाता तथा उन पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाने का कानून नहीं बनता।
Summary Trial की व्यवस्था हो जिससे त्वरित नयाय हो।
26 सेना की सर्जिकल स्ट्राइक का मजाक उड़ाने वाले राजनेताओं पर प्रभावी कार्यवाही तो दूर कोई Token कार्यवाही तक क्यों नहीं की गई?
उनका संसद से Expulsion क्यों नहीं हुआ? मोदी से देश जवाब चाहता है।
27 जवानों को थप्पड़ मारने वाले लोगों की पहचान कब तक होगी?
क्या थप्पड़ खाकर भी जवान आत्मरक्षा का प्रयोग न कर सकें- इसके लिए पाकिस्तान दोषी है?
28 P.D.P. की महबूबा मुफ्ती सरकार को कब तक बर्खास्त कर वहां किसी के.पी.एस. गिल अथवा वी.के.सिंह जैसे व्यक्ति को राज्यपाल बनाया जाएगा?
29 पत्थर फेंकने वालों की Counselling हो रही है तथा बिना मारे पीटे मात्र जीप में बांध देने पर जवानों पर कार्यवाही हो रही है- जब तक यह शिष्टाचार किया जाएगा तब तक जवानों के सिर कटते रहेंगे।
30 "नेहरु जी के दोनों भाई"
"शेख अब्दुल्ला चाऊ एन लाई।" का नारा देने वाली भाजपा पीडीपी को बहन बनाकर रोहिंग्या शरणार्थियों को जम्मू में प्रवेश देकर अगले 10 वर्षों में जम्मू से स्थानीय लोगों के बहिर्गमन (Exodus) की नींव डाल रही है। क्या इसके लिए Pakistan जिम्मेदार है?
31 पत्थरबाजों के पक्ष में बयान देने वाले फारुख अब्दुल्ला को कब तक मुकदमा कायम कर गिरफ्तार किया जाएगा?
यदि राजनैतिक शिष्टाचार निभाया गया तथा जैसे पहले भाजपा उनसे हाथ मिला चुकी है उसी प्रकार भविष्य में भी उनसे हाथ मिलाने के Options खुले रखे गए तो जवानों के सिर कटते रहेंगे।
32 पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वालों तथा पाकिस्तान का झंडा फहराने वालों को राष्ट्रदोह में कब तक बंद किया जाएगा?
NSA(रासुका) किसके लिए बनी है?
33 क्या गोवा में कांग्रेस की सरकार को रोकना राष्ट्रीय सुरक्षा से अधिक महत्वपूर्ण है जो पर्रिकर को रक्षा मंत्री पुनः नहीं बनाया जा सकता?
34 कमजोर करों से साथी
सरसंधान नहीं होता।
इन मधु अभ्यासी अधरों से
विषपान नहीं होता।
जो धारा के संग बहते हैं
वे शव है कहलाते।
जो लहर चीर कर चलते हैं
नर पुंगव बन जाते।
35 अब्दुल्ला परिवार तथा महबूबा मुफ्ती-
एक तुलनात्मक अध्ययन
कांटे तो केवल कांटे हैं,
वह सहज नुकीले होते हैं।
कुछ फूल मगर कांटो से भी,
ज्यादा जहरीले होते हैं।
कांटा=अब्दुल्ला
फूल=महबूबा
36 J&K की भाजपा के नाम खुला संदेश-
जिस तट पर प्यास बुझाने से, अपमान प्यास का होता हो।
उस तट पर प्यास बुझाने से ,
प्यासा मर जाना अच्छा है।
37 मत डरो Atomic War से
कब तक ब्लैकमेल होते रहोगे?
हिमाद्रि तुंग श्रृंग से
प्रबुद्ध शुद्ध भारती
स्वयं प्रभा समुज्वला
स्वतंत्रता पुकारती
अमर्त्य वीर पुत्र हो
दृढ़ प्रतिज्ञ सोच लो
प्रशस्त पुण्य पंथ है
बढ़े चलो बढ़े चलो
-जयशंकर प्रसाद
38 .कब तक पाकिस्तान को MOST FAVOURED NATION का Treatment मिलता रहेगा?
यदि राणा प्रताप घास की रोटी खा सकते थे तो क्या मोदीजी बिना पाकिस्तानी प्याज के बनी हुई सब्जी नहीं खा सकते? क्या इसके लिए UNO से अनुमति लेनी है?
गाल को फुलाये रह कर हंसा नहीं जा सकता। Antony का कहना है कि उनके कार्यकाल में केवल एक बार सिर कटा था और मोदीजी तथा उनकी पार्टी ने हंगामा मचा दिया था जबकि मोदीजी के तीन वर्ष के कार्यकाल में तीन बार सिर कट चुके और वे अभी भी मन की बात कर रहे हैं।
"पाकिस्तान की इस बर्बरतापूर्ण हरकत के बावजूद उसके साथ MOST FAVOURED NATION का दर्जा बरकरार रखना जवानों के कटे हुए सिर का अपमान है और शर्मनाक है।
जब शास्त्री जी ताशकंद में वार्ता के लिए जा रहे थे उस समय पांचजन्य दहाड़ रहा था -
"तुम्हें शपथ है विधवाओं के
पुछें हुए सिंदूर की।
तुम्हे शपथ है घायल माँ की
औ घायल अखनूर की।
आज क्या सरसंघचालक यह बताने का कष्ट करेंगे कि राष्ट्र धर्म के ओजस्वी कवि वचनेश त्रिपाठी जैसे कवि तथा ORGANISER के Malkani जैसे तेजस्वी संपादक भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के राज्याभिषेक के बाद से कहाँ गायब हो गए हैं? उन्हें पुनः ढूंढ लाने की कृपा सरसंघचालक कब तक करेंगे और भारत माँ के कर्ज से ऋणमुक्त हो जाएंगे? सन 70 के दशक की पाञ्चजन्य की दहाड़ मुझे आज भी याद है-
"सत्रह बार क्षमा कर दे
है दिल्ली में चौहान नहीं"
अर्थात अब दिल्ली में पृथ्वीराज चौहान नही रह गए हैं जो सत्रह बार गोरी को क्षमा कर दें। किंतु अशोक सिंघल जी ने मोदीजी की प्रसंशा में कहा की 800 साल बाद पृथ्वीराज चौहान के बाद पुनः कोई हिन्दू शासक दिल्ली की गद्दी पर बैठा है।प्रभु से प्रार्थना है कि पृथ्वीराज चौहान की वीरता तो उन्हें प्राप्त हो किंतु क्षमाशीलता नहीं क्योंकि सत्रह बार की कौन कहे सत्ताईस बार वे गोरी के उत्तराधिकारी को क्षमा कर चुके हैं।सरसंघचालक से भी अनुरोध है कि वह अपने नैतिक बल का प्रयोग करे मोदीजी के 56 इंच के सीने को और चौड़ा कर दें लेकिन क्षमाशीलता और मन की बात पर लगाम लगाएं ताकि देश की स्वाधीनता को और मोदी की आंखों को राष्ट्रहित में सुरक्षित रखा जा सके-
क्षमा शोभती उस भुजंग को
जिसके पास गरल हो।
उसको क्या जो दंतहीन
विषरहित विनीत सरल हो।।
39 परशुराम की प्रतीक्षा-दिनकर से साभार।
छिड़ गया युद्ध तो यह ऋषि बम गोले दागेगा।

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